यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन ( UPSC ) हर वर्ष भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए भर्ती निकलती है संघ लोक सेवा आयोग जो भारत सरकार का एक संवैधानिक निकाय है जिसके माध्यम से देश भर में हर वर्ष भारतीय प्रशासनिक सेवा ( IAS ) और भारतीय पुलिस सेवा ( IPS ) और जैसे भारतीय विदेश सेवा ( IFS ), भारतीय राजस्व सेवा ( IRS ) और साथ ही भारतीय रेल यातायात सेवा ( IRTS ) एवं भारतीय कंपनी कानून सेवा ( ICLS ) आदि अधिकारी बनाये जाते है अगर आपको यूपीएससी परीक्षा को पास करना है तो आपको Upsc Syllabus को अच्छे से पढ़कर समझ लेना है अगर आपको UPSC Syllabus PDF चाहिए तो इस पोस्कोट के नीचे लिंकमिल जायेगा वहा से Download कर सकते है |
देश की इस कठीन परीक्षा में देश भर से लगभग 10-12 लाख लोग फॉर्म भरते है लेकिन इस परीक्षा में कुछ ही लोग पास हो पाते है लेकिन ऐसा नहीं है इस परीक्षा में पास होना नामुकिम है अगर इस परीक्षा की तैयारी Syllabus को देखकर अच्छी तरीके से की जाये तो इस कठीन परीक्षा को एक ही बार में पास किया जा सकता है अगर अपने अभी UPSC परीक्षा की तैयारी शुरू की है तो आपको पता नहीं होगा की UPSC का Syllabus क्या है तो इस पोस्ट के माध्यम से Upsc Syllabus In Hindi को पढ़ कर Upsc Syllabus Pdf In Hindi को बढ़ी आसानी से UPSC Syllabus Download कर सकते है
UPSC प्रारम्भिक परीक्षा पैटर्न 2023 का पाठ्यक्रम
यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा को पहले बार में पास करना है तो आपको UPSC Syllabus In Hindi को अच्छी तरह पढ़कर समझ लेना है अगर बात करे प्रारंभिक परीक्षा की चयन प्रक्रिया कुछ इस प्रकार होती है बता दें की यूपीएससी परीक्षा तीन चरणों में होती है पहला चरण प्रारम्भिक परीक्षा का होता है जिसमे दो पेपर होते है एक पेपर सामान्य अध्यन का और दूसरा पेपर CSAT का होता है CSAT का पेपर सिर्फ Qualifying होता है यानि की सिर्फ 33% नम्बर लाने होते है इस पेपर के अंक मेरिट में नहीं जुड़ते है प्रारम्भिक परीक्षा में पास होने के लिए केवल सामान्य अध्यन पेपर 1 के अंको पर मेरिट लगती है
प्रश्न पत्र – I | सामान्य अध्यन | प्रश्नों की संख्या – 100 | समय 2 घंटे | अंक – 200 |
प्रश्न पत्र – II | CSAT | प्रश्नों की संख्या – 80 | समय 2 घंटे | अंक – 200 |
प्रारंभिक परीक्षा सामान्य अध्ययन पेपर 1 के लिए यूपीएससी पाठ्यक्रम 2023
- राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय महत्व की सामयिक घटनाएँ |
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन |
- भारत एवं विश्व को भूगोल – भारत एवं विश्व का प्राकृतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल |
- भारतीय राज्यतन्त्र और शासन – संविधान, राजनैतिक प्रणाली, पंचायती राज, लोक नीति |
- आर्थिक और सामाजिक विकास- सतत् विकास, गरीबी, समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र में की गई पहल आदि
- पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन संबंधी सामान्य मुद्दे, जिनके लिये विषयगत विशेषज्ञता आवश्यक नहीं है
- सामान्य विज्ञान
प्रश्न – पत्र – II UPSC Syllabus For CSAT In Hindi
- बोधगम्यता
- संचार कौशल सहित अंतर – वैयक्तिक कौशल
- तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता
- निर्णय लेना और समस्या समाधान
- सामान्य मानसिक योग्यता
- आधारभूत संख्यनन ( संख्याएँ और उनके सबंध, विस्तार – क्रम आदि ) ( दसवीं कक्षा का स्तर ), आंकड़ों का निर्वचन ( चार्ट, ग्राफ तालिक, आकड़ो की पर्याप्तता आदि – दसवीं कक्षा का स्तर )
UPSC मुख्य परीक्षा का Syllabus In Hindi
UPSC मुख्य परीक्षा को हम प्रधान परीक्षा भी कहते है क्योकि UPSC में Selection के लिए केवल इसी के नंबर जुड़ते है अगर आपको UPSC परीक्षा को पहले प्रयास में पास करना है तो UPSC Syllabus In Hindi को पढ़कर अच्छे से समझ लेना है इस प्रधान परीक्षा का उद्देश्य उम्मीदवारों के समग्र बौद्धिक गुणों तथा उनके गहन ज्ञान का आकलन करना है, मात्र उनकी सूचना के भंडार तथा स्मरण शक्ति का आकलन करना नही है |
UPSC IAS Mains Exam Pattern और UPSC Syllabus In Hindi
प्रश्न पत्र | विषय | समय अवधि | अंक |
प्रश्न पत्र A | कोई भी भारतीय मान्य भाषा | 3 घण्टे | 300 |
प्रश्न पत्र B | अंग्रेजी | 3 घण्टे | 300 |
प्रश्न पत्र I | निबन्ध | 3 घण्टे | 250 |
प्रश्न पत्र II | सामान्य अध्ययन I | 3 घण्टे | 250 |
प्रश्न पत्र III | सामान्य अध्ययन II | 3 घण्टे | 250 |
प्रश्न पत्र IV | सामान्य अध्ययन III | 3 घण्टे | 250 |
प्रश्न पत्र V | सामान्य अध्ययन IV | 3 घण्टे | 250 |
प्रश्न पत्र VI | वैकल्पिक I | 3 घण्टे | 250 |
प्रश्न पत्र VII | वैकल्पिक II | 3 घण्टे | 250 |
भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी पर अर्हक प्रश्न पत्र
इस प्रश्न पत्र का उद्देश्य अंग्रेजी तथा सम्बंधित भारतीय भाषा में अपने विचार को स्पष्ट तथा सही रूप से प्रकट करना तथा गंभीर तर्कपूर्ण गंध को पढने और समझने में उम्मीदवार की योग्याता की परीक्षा करना है
प्रश्न पत्र का स्वरूप आमतौर पर निम्न प्रकार का होगा :
- दिएं गए गधांशों को समझना
- संक्षेपण
- शब्द प्रयोग तथा शब्द भंडार
- लघु निबंध
भारतीय भाषाएं :-
- दिएं गए गधांशों को समझना
- संक्षेपण
- शब्द प्रयोग तथा शब्द भंडार
- लघु निबंध
- अंग्रेजी से भारतीय भाषा तथा भारतीय भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद
भारतीय भाषाओ और अग्रेजी के प्रश्न पत्र मैट्रिकुलेशन या समकक्ष स्तर के होगे जिनमे केवल अर्हता प्राप्त करनी है यानि की यह सिर्फ Qualifying होता है अगर इस पेपर में फेल हो जाते है तो आपकी अन्य कॉपी मुख्य परीक्षा की चेक नही होगी
प्रश्न पत्र I
निबंध उम्मीदवार को एक विनिर्दिष्ट विषय पर निबंध लिखना होता है विषयों के विकल्प दिए जाते है आपसे आशा की जाती है की अपने विचारो को निबंध के विषय के निकट रखते हुए क्रमबध्द तरीके से करे तथा निबंध को संक्षेप में लिखे
प्रश्न पत्र II
सामान्य अध्ययन -I : भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व का इतिहास एवं भूगोल और समाज
- भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के कला के रूप, साहित्य और वास्तुकला के मुख्य पहलू शामिल होगे
- 18वीं सदी के लगभग मध्य से लेकर वर्तमान समय तक का आधुनिक भारतीय इतिहास – महत्वपूर्ण घटनाएँ, व्यक्तित्व, विषय |
- स्वतंत्रता संग्राम – इसके विभिन्न चरण और देश के विभिन्न भागो से इसमें अपना योगदान देने वाले महत्वपूर्ण व्यक्ति/उनका योगदान |
- स्वतंत्रता के पश्चात् देश के अंदर एकीकरण और पुनर्गठन |
- विश्व के इतिहास में 18वीं सदी की घटनाएँ यथा औधोगिक क्रांति, विश्व युध्द, राष्ट्रीय सीमओं का पुनः सीमांकन, उपनिवेशवाद, उपनिवेशवाद की समाप्ति, राजनीति दर्शन शास्त्र जैसे साम्यवाद, आदि शामिल होगें, उनके रूप और समाज पर उनका प्रभाव
- भारतीय समाज की मुख्य विशेषताएं भारत की विविधता।
- महिलाओं की भूमिका और महिला संगठन, जनसंख्या एवं सम्बद्ध मुद्दे, गरीबी और विकासात्मक विषय, शहरीकरण, उनकी समस्याएं और उनके रक्षोपाय।
- भारतीय समाज पर भूमंडलीकरण का प्रभाव।
- सामाजिक सशक्तीकरण, सम्प्रदायवाद, क्षेत्रवाद और धर्म निरपेक्षता । विश्व के भौतिक भूगोल की मुख्य विशेषताएं।
- विश्वभर के मुख्य प्राकृतिक संसाधनों का वितरण (दक्षिण एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप को शामिल करते हुए), विश्व (भारत सहित) के विभिन्न भागों में प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्र के उद्योगों को स्थापित करने के लिए जिम्मेदार कारक।
- भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखीय हलचल, चक्रवात आदि जैसी महत्वपूर्ण भू-भौतिकीय घटनाएं, भूगोलीय विशेषताएं और उनके स्थान अति महत्वपूर्ण भूगोलीय विशेषताओं (जल-स्रोत और हिमावरण सहित ) और वनस्पति एवं प्राणि-जगत में परिवर्तन और इस प्रकार के परिवर्तनों के प्रभाव।
प्रश्न पत्र III
सामान्य अध्ययन – II शासन व्यवस्था संविधान शासन प्रणाली, सामाजिक न्याय तथा अंतर्राष्ट्रीय संबंध।
- भारतीय संविधान ऐतिहासिक आधार विकास, विशेषताएं, संशोधन, महत्वपूर्ण प्रावधान और बुनियादी संरचना।
- संघ एवं राज्यों के कार्य तथा उत्तरदायित्व, संघीय ढांचे से संबंधित विषय एवं चुनौतियां, स्थानीय स्तर पर शाक्तियों और वित्त का हस्तांतरण और उसकी चुनौतियां।
- विभिन्न घटकों के बीच शक्तियों का पृथक्करण, विवाद निवारण तंत्र तथा संस्थान।
- भारतीय संवैधानिक योजना की अन्य देशों के साथ तुलना।
- संसद और राज्य विधायिका संरचना, कार्य, कार्य संचालन शक्तियां एवं विशेषाधिकार और इनसे उत्पन्न होने वाले विषय।
- कार्यपालिका और न्यायपालिका की संरचना, संगठन और कार्य सरकार के मंत्रालय एवं विभाग प्रभावक समूह और औपचारिक/अनौपचारिक संघ तथा शासन प्रणाली में उनकी भूमिका।
- जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की मुख्य विशेषताएं।
- विभिन्न संवैधानिक पदों पर नियुक्ति और विभिन्न संवैधानिक निकायों की शक्तियां, कार्य और उत्तरदायित्व।
- सांविधिक, विनियामक और विभिन्न अर्ध-न्यायिक निकाय।
- सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए हस्तक्षेप और उनके अभिकल्पन तथा कार्यान्वयन के कारण उत्पन्न विषय।
- विकास प्रक्रिया तथा विकास उद्योग – गैर सरकारी संगठनों स्वयं सहायता समूहों, विभिन्न समूहों और संघों, दानकर्ताओं, लोकोपकारी संस्थाओं, संस्थागत एवं अन्य पक्षों की भूमिका।
- केन्द्र एवं राज्यों द्वारा जनसंख्या के अति संवेदनशील वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं और इन योजनाओं का कार्य निष्पादन, इन अति संवेदनशील वर्गों की रक्षा एवं बेहतरी के लिए गठित तंत्र, विधि, संस्थान एवं निकाय।
- स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधनों से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित विषय।
- गरीबी और भूख से संबंधित विषय।
- शासन व्यवस्था, पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्वपूर्ण पक्ष, ई-गवर्नेस अनुप्रयोग, मॉडल, सफलताएं, सीमाएं और संभावनाएं; नागरिक चार्टर, पारदर्शिता एवं जवाबदेही और संस्थागत तथा अन्य उपाय।
- लोकतंत्र में सिविल सेवाओं की भूमिका।
- भारत इसके पड़ोसी-संबंध।
- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार।
- भारत के हितों, भारतीय परिदृश्य पर विकसित तथा विकासशील देशों की नीतियों तथा राजनीति का प्रभाव।
- महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, संस्थाएं और मंच उनकी संरचना, अधिदेश।
प्रश्न पत्र IV
सामान्य अध्ययन-III प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा प्रबंधन
- भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति विकास तथा रोजगार से संबंधित विषय।
- समावेशी विकास तथा इससे उत्पन्न विषय।
- सरकारी बजट।
- मुख्य फसलें देश के विभिन्न भागों में फसलों का पैटर्न सिंचाई के विभिन्न प्रकार एवं सिंचाई प्रणाली- कृषि उत्पाद का भंडारण, परिवहन तथा विपणन संबंधित विषय और बाधाएं, किसानों की सहायता के लिए ई-प्रौद्योगिकी।
- प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कृषि सहायता तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित विषयः जन वितरण प्रणाली-उद्देश्य, कार्य, सीमाएं, सुधार, बफर स्टॉक तथा खाद्य सुरक्षा संबंधी विषय; प्रौद्योगिकी मिशन, पशु-पालन संबंधी अर्थशास्त्र।
- भारत में खाद्य प्रसंस्करण एवं संबंधित उद्योग कार्यक्षेत्र एवं महत्व, स्थान, ऊपरी और नीचे की अपेक्षाएं, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन।
- भारत में भूमि सुधार।
- उदारीकरण का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, औद्योगिक नीति में परिवर्तन तथा औद्योगिक विकास पर इनका प्रभाव।
- बुनियादी ढांचा ऊर्जा, बंदरगाह, सड़क, विमानपत्तन, रेलवे आदि ।
- निवेश मॉडल।
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी – विकास एवं अनुप्रयोग और रोजमर्रा के जीवन पर इसका प्रभाव।
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियां, देशज रूप से प्रौद्योगिकी का विकास और नई प्रौद्योगिकी का विकास।
- सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष कम्प्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-टैक्नोलॉजी, बायो-टैक्नोलॉजी और बौद्धिक सम्पदा अधिकारों से संबंधित विषयों के संबंध में जागरूकता।
- संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन।
- आपदा और आपदा प्रबंधन।
- विकास और फैलते उग्रवाद के बीच संबंध।
- आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौती उत्पन्न करने वाले शासन विरोधी तत्वों की भूमिका।
- संचार नेटवर्क के माध्यम से आंतरिक सुरक्षा को चुनौती आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों में मीडिया और सामाजिक नेटवर्किंग साइटों की भूमिका साइबर सुरक्षा की बुनियादी बातें, धन-शोधन और इसे रोकना।
- सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियां एवं उनका प्रबंधन संगठित अपराध और आतंकवाद के बीच संबंध।
- विभिन्न सुरक्षा बल और संस्थाएं तथा उनके अधिदेश।
प्रश्न पत्र V
सामान्य अध्ययन-IV: नीतिशास्त्र, सत्यनिष्ठा और अभिरूचि।
सामान्य अध्ययन VI पेपर में ऐसे प्रश्न पूछे जाते है सार्वजनिक जीवन में उम्मीदवारों की सत्यनिष्ठा, ईमानदारी से संबंधित विषयों के प्रति उनकी अभिवृत्ति तथा उनके दृष्टिकोण तथा समाज से आचार-व्यवहार में विभिन्न मुद्दों तथा सामने आने वाली समस्याओं के समाधान को लेकर उनकी मनोवृत्ति का परीक्षण करेंगे।
मुख्य परीक्षा के इस प्रश्न पत्र में निम्नलिखित क्षेत्रों को कवर किया जाएगा।
- नीतिशास्त्र तथा मानवीय सह-संबंध: मानवीय क्रियाकलापों में नीतिशास्त्र का सार तत्व, इसके निर्धारक और परिणाम; नीतिशास्त्र के आयाम; निजी और सार्वजनिक संबंधों में नीतिशास्त्र। मानवीय मूल्य महान नेताओं सुधारकों और प्रशासकों के जीवन तथा उनके उपदेशों से शिक्षा; मूल्य विकसित करने में परिवार, समाज और शैक्षणिक संस्थाओं की भूमिका।
- अभिवृत्तिः सारांश (कंटेन्ट), संरचना, वृत्ति विचार तथा आचरण के परिप्रेक्ष्य में इसका प्रभाव एवं संबंध; नैतिक और राजनीतिक अभिरूचि सामाजिक प्रभाव और धारणा।
- सिविल सेवा के लिए अभिरूचि तथा बुनियादी मूल्य, सत्यनिष्ठा, भेदभाव रहित तथा गैर तरफदारी, निष्पक्षता, सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण भाव, कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति, सहिष्णुता तथा संवेदना।
- भावनात्मक समझः अवधारणाएं तथा प्रशासन और शासन व्यवस्था में उनके उपयोग और प्रयोग।
- भारत तथा विश्व के नैतिक विचारकों तथा दार्शनिकों के योगदान।
- लोक प्रशासनों में लोक / सिविल सेवा मूल्य तथा नीतिशास्त्र स्थिति तथा समस्याएं; सरकारी तथा निजी संस्थानों में नैतिक चिंताएं तथा दुविधाएं, नैतिक मार्गदर्शन के स्रोतों के रूप में विधि, नियम, विनियम तथा अंतर्रात्मा; शासन व्यवस्था में नीतिपरक तथा नैतिक मूल्यों का सुदृढ़ीकरण: अंतर्राष्ट्रीय संबंधों तथा निधि व्यवस्था (फंडिंग) में नैतिक मुद्दे; कारपोरेट शासन व्यवस्था ।
- शासन व्यवस्था में ईमानदारी: लोक सेवा की अवधारणा; शासन व्यवस्था और ईमानदारी का दार्शनिक आधार, सरकार में सूचना का आदान-प्रदान और पारदर्शिता, सूचना का अधिकार, नीतिपरक आचार संहिता, आचरण संहिता, नागरिक घोषणा पत्र कार्य संस्कृति, सेवा प्रदान करने की गुणवत्ता, लोक निधि का उपयोग, भ्रष्टाचार की चुनौतियां।
- उपर्युक्त विषयों पर मामला संबंधी अध्ययन (केस स्टडी) |
UPSC IAS Mains Optional Syllabus Pdf in Hindi
UPSC की मुख्य परीक्षा में उमीदवार को एक वैकल्पिक ( Optional ) विषय चूस करने को मिलता है उमीदवार जिस विषय में अच्छी पकड़ रखता हो उस विषय को चुन सकता है और हर वैकल्पिक विषय के दो पेपर होते है वैसे तो विद्यार्थी उस विषय को चुन लेता है जिस विषय से उसने स्नातक या स्नातकोत्तर डिग्री हासिल की हो लेकिन अगर आपने जिस विषय से स्नातक या स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है और वह यूपीएससी वैकल्पिक विषय की लिस्ट में नहीं मिलता है तो आप दूसरा विषय चुन सकते है वैसे तो हम UPSC वैकल्पिक ( Optional ) की लिस्ट को नीचे दे रहे है
UPSC वैकल्पिक लिस्ट
क्र0 | विषय (वैकल्पिक) | Optional Subjects | क्र0 | विषय (वैकल्पिक) | Optional Subjects |
1 | कृषि विज्ञान (Agriculture Science) | 14 | विधि (Law) |
2 | पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विज्ञान (Animal Husbandry and Veterinary Science) | 15 | प्रबंधन (Management) |
3 | नृविज्ञान (Anthropology) | 16 | गणित (Mathematics) |
4 | वनस्पति विज्ञान (Botany) | 17 | यांत्रिकी इंजीनियरी (Mechanical Engineering) |
5 | रसायन विज्ञान (Chemistry) | 18 | चिकित्सा विज्ञान (Medical Science) |
6 | सिविल इंजीनियरी (Civil Engineering) | 19 | दर्शनशास्त्र (Philosophy) |
7 | वाणिज्य शास्त्र तथा लेखा विधि (Commerce & Accountancy) | 20 | भौतिकी (Physics) |
8 | अर्थशास्त्र (Economics) | 21 | राजनीति विज्ञान तथा अंतर्राष्ट्रीय संबंध (Political Science & International Relations) |
9 | विद्युत इंजीनियरी (Electrical Engineering) | 22 | मनोविज्ञान (Psychology) |
10 | भूगोल (Geography) | 23 | लोक प्रशासन (Public Administration) |
11 | भू-विज्ञान (Geology) | 24 | समाज शास्त्र (Sociology) |
12 | इतिहास (History) | 25 | सांख्यिकी (Statistics) |
13 | प्राणि विज्ञान (Zoology) |
क्र0 | भाषा विषय (साहित्य) | Optional Subjects | क्र0 | भाषा विषय (साहित्य) | Optional Subjects |
1 | असमिया (Assamese) | 13 | कोंकणी (Konkani) |
2 | बंगाली (Bengali) | 14 | मैथिली (Maithili) |
3 | बोडो (Bodo) | 15 | मलयालम (Malayalam) |
4 | डोगरी (Dogri) | 16 | मणिपुरी (Manipuri) |
5 | अंग्रेजी (English) | 17 | मराठी (Marathi) |
6 | गुजराती (Gujarati) | 18 | नेपाली (Nepali) |
7 | हिन्दी (Hindi) | 19 | उडिया (Odia) |
8 | कन्नड़ (Kannada) | 20 | पंजाबी (Punjabi) |
9 | कश्मीरी (Kashmiri) | 21 | संस्कृत (Sanskrit) |
10 | संथाली (Santali) | 22 | सिंधी (Sindhi) |
11 | तमिल (Tamil) | 23 | तेलुगू (Telugu) |
12 | उर्दू (Urdu) |
UPSC पाठ्यक्रम – साक्षात्कार
UPSC साक्षात्कार के लिए कोई लिखित पाठ्यक्रम नहीं दिया गया है जो यह एक व्यक्तिगत परीक्षण रूप में किया जाता है इससे उम्मीदवार के ज्ञान को नहीं जाँचा जाता है ज्ञान तो लिखित परीक्षा में देख लिया जाता है इसमें सिर्फ व्यक्ति की पर्सनाल्टी और उसकी बात करने की शहली को देखा जाता है यूपीएससी साक्षात्कार में विशेष ज्ञान का परीक्षण करने का लक्ष्य नहीं रखता है
दोस्तों वैसे तो यह देश का सबसे कठीन एग्जाम माना जाता है अगर आप इसकी तयारी upsc syllabus को देख कर करे तो यह परीक्षा पास करना कोई नामुकिम नहीं है अगर आप UPSC Syllabus In Hindi की Pdf डाउनलोड करना चाहते है तो नीचे link से डाउनलोड कर सकते है |
UPSC Syllabus से सबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न
प्रश्न – UPSC कितने विषय होते है ?
उत्तर – UPSC प्रारंभिक परीक्षा में 2 पेपर होते है और UPSC मुख्य परीक्षा में 9 पेपर होते है जिसमे से 7 अनिवार्य और 2 वैकल्पिक ( Optional ) विषय होते है
प्रश्न – जीरो लेवल से UPSC की तैयारी कैसे शुरू करें ?
उत्तर – UPSC परीक्षा की तयारी अगर आप विल्कुल जीरो से शुरू करना चाहते है तो सबसे पहले आप UPSC SYLLABUS को अच्छी तरह से समझ ले इसके बाद आप NCERT से शुरू कर सकते है विल्कुल जीरो से तयारी करने के लिए
प्रश्न – UPSC के लिए क्या पढ़ना चाहिए ?
उत्तर – UPSC परीक्षा के लिए आप NCERT पढ़कर शुरू कर सकते है विषयों पर अच्छी पकढ़ बनाने के लिए इसके बाद आप आर्थिक सर्वेक्षण, साइंस रिपोर्टर, एआरसी रिपोर्ट आदि को भी पढना चाहिए।
प्रश्न – UPSC में इंग्लिश जरूरी है क्या ?
उत्तर – UPSC में परीक्षा में English का एक पेपर क्वालिफाई करना होता है और आपको IAS बनने के लिए इतनी English आना चाहिए की अगर English में आपसे कुछ कह रहा है तो आप उसे आसानी से समझ सके
प्रश्न – IAS बनने के लिए कितना रैंक चाहिए OBC ?
उत्तर – वैसे तो यह खाली पदों के ऊपर होता है की इस पर UPSC ने कितनी जगह निकली है वैसे आम तौर पर देखा जाये तो जनरल में 90 के अंदर अगर आपका रैंक आता है तो आपको IAS मिल सकता है अगर आप OBC से आते है तो 300 के अंदर आपकी रैंक होना चाहिए |